अमरुद खाने के 20 जबरदस्त फायदे | Health Benefits of Guava in Hindi
परिचय :- यह एक कमाल का फल है। सस्ता और सुलभ होते हुए भी गुणो में कई मुख्य फलों से आगे है। इसे जामफल के नाम से भी जाना जाता है। भारत में अमरुद फल की एक मुख्य व्यावसायिक फसल के रूप मे उगाया जाता है। अमरुद विदेश से लाया गया फल है। इसे सत्रहवीं शताब्दी में पुर्तगाली भारत में लाये थे। अमरुद सिर्फ फल ही लाभदायक नहीं है बल्कि इसके पत्ते और छाल भी आयुर्वेदिक औषधि के रूप में काम आते है।
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हिंदी – अमरूद्
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संस्कृत नाम – बीजपूरम्‚ आम्रलम्‚ दृढबीजम्‚ अमृतफलम्
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English – Guava
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Scientific Names – Psidium guajava
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Other Name- Amrood
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अमरुद के गुण : Properties of Guava :-
इसमें पाए जाने वाले महत्वपूर्ण यौगिकों में शामिल हैं: अमरुद सभी तरह के पोषक तत्वों से भरा होता है। इसमें प्रोटीन , कार्बोहाइड्रेट तथा भरपूर फाइबर होते है। कई प्रकार के विटामिन और मिनरल इसे एक शानदार फल बनाते है। यह विटामिन “सी” का प्रचुर भंडार होता है। इसमें संतरे से भी चार गुना अधिक मात्रा में विटामिन “सी” होता है। विटामिन “ए” का भी यह अच्छा स्रोत है। इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन “ई” , विटामिन “के” , विटामिन बी 3 ( नियासिन) ,विटामिन बी 6 (पायरीडॉक्सीन ) और फोलेट , पैंटोथेनिक एसिड , थायमिन आदि होते है। खनिज की भी इसमें कोई कमी नहीं होती। इससे पोटेशियम , मेगनीज , मैग्नेशियम , कॉपर , कैल्शियम ,आयरन , फास्फोरस , जिंक आदि प्राप्त होते है।अमरुद छिलके सहित खाना चाहिये क्योकि छिलके में अधिक पोषक तत्व होते हैं।
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अमरुद सभी तरह के पोषक तत्वों से भरा होता है। अमरुद छिलके सहित खाना चाहिये क्योकि छिलके में अधिक पोषक तत्व होते हैं। इसमें प्रोटीन , कार्बोहाइड्रेट तथा भरपूर फाइबर होते है। कई प्रकार के विटामिन और मिनरल इसे एक शानदार फल बनाते है। यह विटामिन “सी” का प्रचुर भंडार होता है। इसमें संतरे से भी चार गुना अधिक मात्रा में विटामिन “सी” होता है।
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अमरुद का विटामिन “सी” कई प्रकार के संक्रमण से बचाता है। विटामिन “सी” एक ऑक्सीडेंट भी है जो प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
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रोजाना अमरुद के सेवन से कैंसर में लाभ होता हैं
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यह शरीर में फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाये रखता है। हृदय रोग और कैंसर जैसे रोग से बचाता है। विटामिन “सी” पानी में घुलनशील होता है और शरीर से बाहर निकलता रहता है। अतः इसे रोजाना लेने की जरूरत होती है। एक अमरुद खाने से ही दिन भर के लिए’ विटामिन “सी” की पूर्ती हो जाती है
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अमरुद का उपयोग वजन कम करने के लिए लाभदायक होता है । इसके भरपूर फाइबर , विटामिन तथा खनिज लवण साथ ही बिना कोलेस्ट्रॉल तथा पचाये जा सकने वाले कम कार्बोहाइड्रेट इसे एक सर्वश्रेष्ठ फल बनाते है।
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अमरुद में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के कारण यह मेटाबोलिज्म की प्रक्रिया को दुरुस्त करके पतले दुबले लोगों की हेल्थ बना सकता है। अमरुद खाने से भोजन के पोषक तत्व का अवशोषण सम्पूर्ण रूप से होता है।
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गुलाबी रंग के अमरुद में टमाटर से भी दुगनी मात्रा में लाइकोपीन पाया जाता है। लाइकोपीन त्वचा को अल्ट्रावॉइलेट किरणों से बचाता है।
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अमरुद में मौजूद बीटा केरोटीन त्वचा के कैंसर से बचाता है। इसके अलावा अमरुद में पाए जाने वाले विटामिन “ए” , विटामिन “बी” , विटामिन “सी” , पोटेशियम , आदि त्वचा की खूबसूरती निखारने में मदद करते है। इससे आपकी त्वचा उम्र के प्रभाव से तथा झुर्रियों आदि से बची रहती है।
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अमरुद तथा इसकी पत्तियों में पाया जाने वाला एस्ट्रिंजेंट भी त्वचा के लिए लाभदायक होता है। इसलिए यदि खूबसूरत और जवां त्वचा चाहते है तो अमरुद का नियमित उपयोग जरूर करें।
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अमरुद में मौजूद विटामिन तथा खनिज विशेषकर विटामिन “बी 6” दिमाग की शक्ति को बढ़ाते है। विद्यार्थी तथा दिमागी कार्य अधिक करने वाले लोगों को अमरुद का उपयोग जरूर करना चाहिए। इससे उनकी स्मरण शक्ति बढ़ती है तथा जल्दी से मानसिक रूप से थकान नहीं होती।
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अमरुद डायबिटीज की परेशानी से गुजरने वाले लोगों के लिए लाभदायक हो सकता है। क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर शरीर में शर्करा की अवशोषित होने की मात्रा को सन्तुलित करते है। इससे रक्त में शक्कर का बार बार बदलना कम हो जाता है।
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अमरुद टाइप -2 डायबिटीज को रोकने में कारगर हो सकता है।डायबिटीज वाले लोगों के लिए कम ग्लासेमिक इंडेक्स वाले आहार अच्छे होते है। अमरुद कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला फल होता है।
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अमरुद में पाए जाने वाले एस्ट्रिंजेंट के कारण इसे खाने से दस्त और पेचिश में आराम मिलता है। क्योंकि ये एस्ट्रिंजेंट क्षारीय प्रकृति के होते है तथा ये बेक्टिरिया को नष्ट कर सकते है। अमरुद खाने से आंतों में जमे हानिकारक जीवाणु नष्ट होते है और आंतों की सफाई हो जाती है।
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प्रदूषण के कारण हमारे शरीर में हानिकारक फ्री रेडिकल्स की मात्रा बढ़ जाती है। जो बहुत नुकसान देह हो सकते है। इसने बचने के लिए अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट के उपयोग की आवश्यकता होती है। अमरुद जैसे फल जो एंटीऑक्सीडेंट का भंडार है इसके लिए बहुत उपयुक्त फल है।
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अमरुद में भरपूर मात्रा में फाइबर होते है। इसके अलावा अमरुद के साबुत या चबाये हुए बीज पेट में जाकर एक अच्छे रेचक की तरह काम करते है। इस तरह दोहरा लाभ मिलता है। और पेट साफ होने में आसानी होती है और कब्ज मिटती है । इसलिए अमरुद के मौसम में इसे जरूर खाना चाहिए।
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अमरुद विटामिन “ए” का बहुत अच्छा स्रोत है। इस कारण से यह आँखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
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अमरुद रक्त में कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक होता है। इसमें मौजूद फाइबर तथा पोटेशियम के कारण यह ब्लड प्रेशर को सन्तुलित रखने में मदद करता है। अमरुद में पोटेशियम भी भरपूर मात्रा में होता है जो ह्रदय की धड़कन और ब्लड प्रेशर को नियमित रखता है।
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अमरुद का जूस बीने से फ्लू में लाभ होता हैं
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अमरुद डेंगू जैसे बुखार से दूर रखता हैं
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इसमें Vitamin C की भरपूर मात्रा होती हैं, इससे त्वचा निखरती हैं मुंह के दाग, धब्बे, फुंसियों को ख़त्म करता हैं
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अमरूद/Amrood खाने के नुकसान : Amrood khane ke nuksan
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सुबह खाली पेट अमरूद/Amrood कभी नहीं खाना चाहिए। खाली पेट अमरूद खाने से उदर मेंजलन होने लगती हैं
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अधिक मात्रा में वायु गैस की उत्पत्ति होती है। उदर शूल भी हो सकता है।
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ज्यादा मात्रा में अमरूद खाने से अतिसार भी हो सकता है। कुछ लोग ज्वर से पिढित भी हो सकते हैं।
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अमरूदो को बीजों सहित खाते समय बीजों को अधिक चबाना चाहिए। नहीं तो उदर शूल की उत्पत्ति कर देते है।
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अच्छी तरह पके हुए अमरूद खाना चाहिए ।
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कच्चे अमरूद गरिष्ट होने के कारण देर तक नहीं पचते। और उदर शूल की उत्पत्ति करते है।
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प्रोढ स्त्री-पुरूषों को भी बीज निकालकर अमरूद का सेवन करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में
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अमरूद खाने से पेट दर्द हो सकता है।
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ज्यादा मात्रा में अमरूद खाने से अजीर्ण की विकृति भी हो सकती है।
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वर्षा ऋतु में अमरूद खाने से हेजे की की अधिक आशंका रहती है।