उल्टी रोकने के 91 घरेलु उपचार : Ulti / Vomiting rokne ke upay
वोमिट दूर करने और रोकने के घरेलू उपाय (Ulti / Vomit door karne or rokne ke gharelu upay)
उल्टी बंद करने के आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे
पोदीन हरा : 6 मिलीलीटर पोदीने का रस और लगभग एक चौथाई ग्राम सेंधानमक पीसकर ताजे पानी के साथ थोड़े-थोड़े पिलाने से उल्टी बंद हो जाती है।
अगर पेट के खराब होने की वजह से छाती पर भारीपन महसूस हो और बेचैनी के कारण उल्टी हो रही हो तो 1 चम्मच पुदीने के रस को पानी के साथ रोगी को पिलाएं।
पोदीने का रस और नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर 1 चम्मच की मात्रा में 3-4 बार रोगी को पिलाने से उल्टी का बार-बार आना बंद होता है।
आधा कप पोदीना का रस 2-2 घण्टे के अंतर पर पिलाने से उल्टी, दस्त और हैजा ठीक होता है।
10-10 मिलीलीटर पोदीना, प्याज और नींबू का रस मिलाकर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में रोगी को पिलाने से हैजे के रोग में उल्टी में बहुत लाभ होता हैं। वमन (उल्टी) भी जल्दी बंद हो जाती है
पोदीना, छोटी पीपल और छोटी इलायची 2-2 ग्राम की मात्रा में पीसकर खाने से उल्टी बंद हो जाती है।
4 पोदीने के पत्ते और 2 आम के पत्ते को एक कप पानी में डालकर उबालें और जब पानी आधा कप बाकी रह जाए तो उस पानी में मिश्री डालकर काढ़े की तरह पीने से उल्टी के रोग में लाभकारी होता है।
कपूर : कपूर के रस की 3-4 बूंदे पानी में मिलाकर रोगी को पिलाने से उल्टी बंद हो जाती है।
कपूर, नौसादर और अफीम बराबर की मात्रा में मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बनाकर शहद के साथ 1-1 गोली दिन में 3 से 4 बार पानी के साथ रोगी को खिलाने से उल्टी रोग में आराम मिलता है।
उल्टी के रोग से पीड़ित रोगी को चीनी में थोड़ा सा कपूर मिलाकर खिलाना चाहिए। यह उल्टी का बार-बार आना बंद करता है।
कपूर कचरी को पानी के साथ पीसकर मूंग के बराबर की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर 2 से 3 गोली खाने से उल्टी बंद हो जाती है।
तुलसी : 10 मिलीलीटर तुलसी के पत्तों के रस में एक ग्राम छोटी इलायची को पीस लें। इसे 10 ग्राम चीनी के साथ खाने से पित्त की गर्मी के कारण होने वाली उल्टी में आराम मिलता है।
तुलसी के पत्तों का रस और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर रोगी को पिलाने से उल्टी बंद होती है।
तुलसी के पत्ते का रस पीने से उल्टी बंद होती है। इससे पेट के कीड़े भी मर जाते हैं। शहद और तुलसी का रस मिलाकर चाटने से जी-मिचलाना और उल्टी ठीक होती है।
पोदीना ,तुलसी का रस और सौंफ का रस मिलाकर पीने से उल्टी बंद हो जाती है।
तुलसी के रस या ताजे प्याज के रस में शहद मिलाकर पीने से उल्टी का बार-बार आना बंद होता है।
दूब : हरी दूब के एक चम्मच रस में कालीमिर्च का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से वमन (उल्टी) में लाभ मिलता है।
सफेद दूब के रस को चावल के पानी के साथ पीने से उल्टी बंद हो जाती है।
अगर उल्टी आने का रोग पुराना हो तो दूब के रस में मिश्री को मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम सेवन करने से उल्टी दूर हो जाती है।
बरना : 40 से 80 मिलीलीटर बरना के पत्तों का फांट या घोल प्रतिदिन 2 बार लेने से उल्टी बंद होती है।
कुटकी : 3 ग्राम कुटकी के चूर्ण को 6 ग्राम शहद में मिलाकर खाने से उल्टी बंद हो जाती है।
मुलहठी : मुलहठी और लालचंदन पीसकर दूध में मिलाकर पीने से उल्टी बंद हो जाती है।
मौलश्री : मौलश्री के सूखी छाल को आग में जलाकर एक गिलास पानी में डालकर बुझा लें और इस पानी को छानकर पीने से दर्द वाली उल्टी बंद हो जाती है।
मरोड़फली : 6 ग्राम मरोड़फली का चूर्ण चावल के पानी में मिलाकर थोड़े से शहद में मिलाकर पीने से हर प्रकार की उल्टी बंद हो जाती है।
आक : 10 ग्राम आक (मदार) की जड़ की छाल और 20 ग्राम कालीमिर्च को 50 मिलीलीटर अदरक के रस में मिला लें और इसे चने के आकार की छोटी-छोटी गोलियां बना लें। यह 2 गोली गर्म पानी के साथ लेने से पेट के सारे रोग और उल्टी दूर हो जाती है।
गेरू : गेरू की एक डली को आग में गर्म करके 125 ग्राम पानी में डालकर ठंडा कर लें। इस पानी को थोड़ी-थोड़ी देर में 2-2 चम्मच की मात्रा में रोगी को पिलाने से उल्टी बंद हो जाती है
अजमोद : अजमोद और लौंग के फूल को शहद में मिलाकर चाटने से उल्टी आनी बंद हो जाती है।
अजमोद का चूर्ण 2 से 5 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से वमन या उल्टी का भय नहीं रहता है।
उल्टी बंद करने के लिए 2 से 5 ग्राम अजमोद एवं 2-3 लौंग की कली को पीसकर एक चम्मच शहद के साथ चाटने से उल्टी में लाभ होता है।
अगर : अगर को पानी में घिसकर पिलाने से उल्टी बंद हो जाती है।
ईंट : ईंट को बहुत गर्म करके पानी में बुझाकर उस पानी को ठंडा करके उल्टी से पीड़ित रोगी को पिलाने से उल्टी बंद हो जाती है।
अतीस : अतीस और नागकेसर के चूर्ण मिलाकर सेवन करने से उल्टी रुक जाती है।
चंदन : चंदन का चूर्ण और आंवले का रस 1-1 चम्मच लेकर शहद के साथ मिलाकर पीने से वमन (उल्टी) का कष्ट दूर हो जाता है।
चंदन को आंवले के रस के साथ घिसकर 20 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से उल्टी बंद हो जाती है।
गिलोय : गिलोय का रस और मिश्री मिलाकर 2-2 चम्मच प्रतिदिन 3 बार खाने से वमन (उल्टी) आनी बंद हो जाती है।
धूप में घूमने फिरने या गर्मी के कारण उल्टी आ रही हो तो 10-15 मिलीलीटर गिलोय के रस में 4-6 ग्राम मिश्री मिलाकर सुबह-शाम पीने से उल्टी रुक जाती है।
गिलोय का काढ़ा बनाकर ठंडा करके पीने से उल्टी बंद हो जाती है।
करंजवा : करंजवा के मुलायम पत्ते को पीसकर सेंधानमक मिलाकर खाने से उल्टी रुक जाती है।
मकोय : मकोय के रस में सुहागा मिलाकर पीने से उल्टी बंद हो जाती है।
Makoy मकोय के एक चौथाई ग्राम रस में एक चौथाई ग्राम सुहागा मिलाकर पिलाने से उल्टी बंद होती है।
नमक : कालीमिर्च पीसकर नमक के साथ सेवन करने से उल्टी बंद हो जाती है।
गर्म पानी में नमक मिलाकर पीने से उल्टी रुक जाती है।
अगर : अगर के रस में चीनी मिलाकर गुनगुना करके पीने से उल्टी व मिचली आना ठीक होता है।
अफीम : अफीम, नौसादर और कपूर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पानी के साथ मिलाकर मूंग के बराबर की छोटी-छोटी गोलियां बना लें। इस 1-1 गोली को ठण्डे पानी के साथ प्रतिदिन खाने से उल्टी और जी मिचलाना बंद होता है।
सेब : कच्चे सेब के रस में सेंधानमक मिलाकर पीने से उल्टी बंद होती है।
हींग : हींग को पानी में पीसकर पेट पर लेप करने से पेट का गैस नष्ट होता है और उल्टी बंद होती है।
3 ग्राम हींग और 3 ग्राम अनन्तमूल का चूर्ण मिलाकर पानी के साथ खाने से हर तरह की उल्टी बंद होती है।
एक ग्राम हींग, 5 ग्राम बहेडे का छिलका और 4 लौंग को एक साथ पीसकर एक कप पानी में मिलाकर पीने से उल्टी रुक जाती है।
अनार : अनार का बीज पीसकर इसमें थोड़ी-सी कालीमिर्च और नमक मिलाकर खाने से पित्त की उल्टी व घबराहट दूर होती है।
अनार का रस पीने से गर्भवती स्त्रियों की उल्टी दूर होती है।
अध-पके अनार के 200 मिलीलीटर रस में 25 ग्राम मुरमुरे का आटा और 25 ग्राम चीनी मिलाकर सेवन करने से मस्तिष्क की गर्मी शांत होती है। इसके प्रयोग से शरीर की गर्मी दूर होती है और पित्तज्वर शांत होता है। लू लगने से उत्पन्न बुखार, दाह, व्याकुलता, उल्टी और प्यास को दूर करने में यह बेहतर होता है।
अनार के पत्तों का रस 5-10 मिलीलीटर की मात्रा में प्रतिदिन पीने से रक्त वमन, रक्तातिसार, रक्त प्रमेह, सोमरोग, मूर्च्छा और लू लगने में लाभ होता है।
सूखे अनार के दाने को पानी में भिगोकर थोड़ी देर बाद इस पानी को पीने से उल्टी ठीक होती है।
अनार के रस में शहद मिलाकर चाटने से उल्टी बंद हो जाती है।
शहद : गुड़ में शहद में मिलाकर सेवन करने से उल्टी बंद होती है।
शहद में लौंग का चूर्ण मिलाकर खाने से गर्भावस्था में होने वाली उल्टी में आराम मिलता है।
उल्टी होने पर शहद को चाटने से उल्टी बंद होती है।
अदरक : अदरक हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और इसका उपयोग करने से वोमिट भी नहीं होती है|
एक चम्मच अदरक के रस में 1 चम्मच नीम्बू का रस मिलाएं और इसे दिन में कई बार पियें|
इसके अलावा अदरक वाली चाय(बिना दूध की) में थोड़ी सी शहद डाल कर पियें| आप चाहें तो अदरक का थोड़ा सा टुकड़ा भी लेकर चबा सकते है, आराम मिलेगा|
चावल का पानी: अगर आपको गैस की वजह से वोमिट हो रही है तो यह नुस्खा बहुत फायदेमंद है| इसके लिए आप सफ़ेद चावल लें ना की ब्राउन| सफ़ेद चावल में स्टार्च अधिक होता है जो जल्दी पच जाता है|
1 कटोरी चावल को 2-3 कटोरी पानी के साथ उबालें|
पक जाने पर इसका पानी अलग कर लें|
अब इस पानी में हल्का नमक डाल कर पी लें| बहुत जल्द आराम मिलेगा|
लौंग : 5 दाने लौंग, लगभग 25 ग्राम खील, 5 छोटी इलायची और 25 ग्राम मिश्री को आधे लीटर पानी के साथ बनाए और जब यह 10-12 बार उबल जाए जो इसे उतारकर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में रोगी को पिलाएं। इससे उल्टी बंद हो जाती है।
लौंग और दालचीनी का काढ़ा बनाकर पीने से उल्टी होना बंद हो जाती है।
अगर जी मिचलाता हो तो लौंग को मुंह में रखकर चूसते रहने से मिचली दूर होती है।
4 लौंग पीसकर 1 कप पानी में डालकर उबालें और जब पानी आधा रह जाए तो इसे छानकर इसमें चीनी मिलाकर उल्टी से पीड़ित रोगी को पिलाएं और करवट लेकर सो जाएं। यह दिन में 4 बार पानी से उल्टियां बंद हो जाती है।
अगर उल्टी बंद न हो रही हो तो 2 लौंग और थोड़ी-सी दालचीनी लेकर एक कप पानी में डालकर उबाल लें और जब पानी आधा कप बाकी रह जाए तो छानकर रोगी को पिलाएं। इससे उल्टी का बार-बार आना बंद हो जाता है।
यदि गर्भावस्था में उल्टी आती हो तो 2 लौंग को पीसकर शहद के साथ देने से उल्टी व जी मिचलाना बंद होता है।
2 लौंग को आग पर गर्म करके जब भी उल्टी या जी मिचलाने के लक्षण दिखाई दे तब चूसें। इससे उल्टी व मिचली दूर होती है।
दालचीनी : अगर पेट का पाचनतंत्र ख़राब है तो दालचीनी बहुत आराम देगा, इसे लेने से वोमिट जैसा फील भी नहीं होगा|
1 कप उबलते पानी में 1 चम्मच दालचीनी पाउडर डालें, अगर आपके पास इसका पाउडर नहीं है, तो आप स्टिक भी डाल सकती है| थोड़ी देर इसे रहने दें फिर छान लें| अब इस पानी में थोड़ी सी शहद डाल पी लें|
टिप – अगर कोई औरत गर्भवती है तो उसे ये तरीका नहीं अपनाना चाहिए|
विनेगर: विनेगर भी वोमिट रोकने में सहायक होता है, इसे लेने से वोमिट जैसा महसूस भी नहीं होता है|
1 गिलास पानी में 1 चम्मच एप्पल विनेगर व 1 चम्मच शहद डाल दिन भर थोडा थोडा पीते रहें|
उल्टी की दुर्गन्ध से और वोमिट होती है इसके लिए अपने मुंह को विनेगर और पानी मिलाकर उससे कुल्ला करें|
पुदीना : अगर आपका पेट ख़राब है और वोमिट हो रही है तो पुदीना इसे झट से दूर कर देगा| ये आपको रिफ्रेश भी कर देगा|
1 कप उबलते पानी में 1 चम्मच सूखे पुदीने की पत्ती डालें| 5-10 min रहने दें फिर छान कर पी लें| तुरंत आराम मिलेगा|
पुदीने की ताज़ी पत्तियों को लेकर चबाएं|
पुदीने का रस, नीम्बू का रस व शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर रखें| अब इसे दिन में 2-3 बार पियें|
प्याज का रस : प्याज में एंटीबायोटिक प्रॉपर्टीज होती है जो ulti को रोकता है|
1 चम्मच प्याज के रस में 1 चम्मच किसा हुआ अदरक मिलाएं| थोड़ी थोड़ी देर इस मिश्रण को लेते रहें, उलटी नहीं होगी|
इसके अलावा ½ कप प्याज के रस में 2 चम्मच शहद मिलाएं| थोड़ी थोड़ी देर में 1 चम्मच इस मिश्रण को पियें| आराम मिलेगा|
सौंफ : सौंफ हमारे पाचन को सही रखता है इसमें भी एंटीबायोटिक प्रॉपर्टीज होती है जो vomit को रोकती है|
1 कप उबलते पानी में 1 चम्मच पीसी हुई सौंफ मिलाएं, इसे 10 min तक रखे रहने दें, फिर छान कर दिन में 2 बार पियें|
आप सौंफ को ऐसे ही मुहं में डालकर चबाएं| उलटी नहीं होगी|
जीरा : सौंफ की तरह जीरा भी बहुत कारागार है| यह पाचन से जुडी हर तकलीफ को झट से दूर कर देता है| ½ कप गुनगुने पानी में ½ चम्मच जीरा पाउडर डालें और पी लें|
1 चम्मच शहद में जीरा व इलायची पाउडर मिलाकर खाएं| वोमिट से तुरंत आराम मिलेगा|
नमक शक्कर का घोल : लगातार उलटी होने से हमारे शरीर में पानी की कमी हो जाती है, और फिर ज्यादा उलटी होने लगती है| ऐसें समय में आप आसानी से घर में उपलब्ध चुटकी भर नमक व 1 चम्मच शक्कर को पानी में घोल कर पी लें, इसे दिन में कई बार थोड़ा थोड़ा लें| बहुत जल्द आराम मिलेगा|
नीम्बू का रस : नीम्बू का रस उलटी के समय बहुत अच्छा होता है| एक बार पीने से ही आपको आराम मिल जाता है| नीम्बू के रस को पानी में मिलाकर थोडा नामक व शक्कर डालें, अब इसे पी लें|
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