मार्जरासन क्या है ? मार्जरासन कैसे करें ? और मार्जरासन के स्वास्थ्यवर्धक लाभ क्या हैं?
Marjariasana in Hindi | मार्जरासन
मार्जरी बिल्ली को कहते हैं। पालतू जानवर भी हमें योग की शिक्षा दे सकते हैं| एक योगी की पारखी नज़र अपने चारों तरफ फैले संसार से भी ज्ञान अर्जित कर लेती है| मार्जरी आसन बिल्ली के सामान खिंचाव का एक उत्कृष्ट उधारण है|
मार्जरी आसन = बिल्ली आसन
मार्जरासन कैसे करें ? | How to do Marjaryasana
आप अपने घुटनों और हाथों के बल आये और शरीर को एक मेज़ कई तरह बना लें अपनी पीठ से मेज़ का ऊपरी हिस्सा बनाएं और हाथ ओर पैर से मेज़ के चारों पैर बनाएं|
आप अपने हाथ कन्धों के ठीक नीचे, हथेलियां ज़मीन से चिपकी हुई रखें और घुटनो मेँ पुट्ठों जितना अंतर रखें|
आप अपनी गर्दन सीधी, नज़रें सामने रखें|
सास लेते हुए अपनी ठोड़ी को ऊपर कि ओर सर को पीछे की ऒर ले जाएँ, अपनी नाभि को जमीन की ऒर दबाएं और अपनी कमर के निचे के हिस्से को छत की ओर ले जाएँ. दोनों पुटठों को सिकोड़ लें| क्या आप थोड़ा खिंचाव महसूस कर रहें हैं?
इस स्थिति को बनाएँ रखें ओर लंबी गहरी साँसें लेते और छोड़ते रहें|
अब इसकी विपरीत स्थिति करेंगे – साँस छोड़ते हुए ठोड़ी को छाती से लगाएं ओर पीठ को धनुष आकार मेँ जितना उपर होसके उतना उठाएं, पुट्ठों को ढीला छोड़दें|
इस स्थिति को कुछ समय तक बनाएँ रखें और फिर पहले कि तरह मेज़नुमा स्तिथि मेँ आ जाएँ|
इस प्रक्रिया को पाँच से छे बार दोहराएं और विश्राम करें|
सलाह – जब यह प्रक्रिया हम धीरे और लय के साथ करते है तो इसका अधिक लाभ मिलता है और यह हमे ध्यान कि अवस्था तक ले जाता है|
मार्जरासन के स्वास्थ्यवर्धक फायदे | Benefits of Marjaryasana
कंधों और कलाई कि क्षमता बढ़ाता है|
पेट को सुडौल बनता है|
रिड के हड्डी को लचीला बनाता है|
पाचन प्रक्रिया की ग्रंथियों की मालिश करता है|
पाचन प्रक्रिया सुधारता है|
रक्त प्रवाह बढ़ाता है|
मन को शांत करता है|
मार्जरासन करने कि सावधानिया |Contraindication of the Marjaryasana
अगर आपके पीठ और गरदन मेँ दर्द है तो विशेषज्ञ की सलाह लें| यह आसन प्रशिक्षक के सानिध्य मेँ करें |
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