दूर्वादि घृत के फायदे , प्रयोग, खुराक और नुकसान | Duravadi Ghrita ke fayde | Duravadi Ghrita benefits,uses,dosage and disadvantages in hindi
यह दूर्वादि घृत एक आयुर्वेदिक दवा है जिसका उपयोग नकसीर फूटने ,प्रदर रोग के कारण ज्यादा रक्त स्राव,खूनी बवासीर व पित्त के प्रकोप जैसे रोगों के उपचार मे किया जाता है ।
दूर्वादि घृत के घटक द्रव्य :
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दूबा (दूर्वा) – 15 ग्राम।
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नीलोफर (नीलकमल) का केसर – 15 ग्राम।
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मजीठ – 15 ग्राम।
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एलवा – 15 ग्राम।
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छोटी हरड़ – 15 ग्राम।
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लोध – 15 ग्राम।
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खस – 15 ग्राम।
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नागरमोथा – 15 ग्राम।
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लालचन्दन – 15 ग्राम।
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पदमकाष्ठ (कमल की डण्डी) – 15 ग्राम।